BIhar News : CITS प्रशिक्षित अनुदेशकों की बहाली का रास्ता साफ, Patna High Court ने बिहार सरकार को दिया ये आदेश
Bihar Weather Report: पटना स्थित आईएमडी के वैज्ञानिक कमल सिंह गुप्ता के अनुसार मौजूदा मौसम प्रणाली में जल्द ही बदलाव होने की संभावना है. कल से मॉनसून को रफ्तार मिलनी शुरू हो जाएगी.
पटना. राजधानी समेत बिहार के अधिकांश जिलों में उमस वाली गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. आसमान में आंशिक बादल देखने को मिल रहे हैं लेकिन वातावरण में उमस बनी हुई है. मॉनसून की रफ्तार भी धीमी हो गई है. इस वजह से तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है. लेकिन कल से बिहार के कुछ इलाकों में निम्न दवाब का क्षेत्र बन रहा है. इस वजह से मॉनसून को एक बार फिर से रफ्तार मिलने वाली है और जल्द ही बिहार में झमाझम बारिश का दौर शुरू होने वाली है.
पटना स्थित आईएमडी के वैज्ञानिक कमल सिंह गुप्ता के अनुसार मौजूदा मौसम प्रणाली में जल्द ही बदलाव होने की संभावना है. कल से मॉनसून को रफ्तार मिलनी शुरू हो जाएगी. इसके बाद 20-21 जुलाई से बिहार के कई जगहों पर फिर से भारी बारिश शुरू हो जायेगी. 23 जुलाई तक तो बिहार के दक्षिण भाग में अति भारी बारिश का पूर्वानुमान है.
क्या है मौजूदा मौसम का हाल सावन के शुरुआत होते ही मॉनसून एक बार फिर से सक्रिय होने वाला है. वैज्ञानिक कमल सिंह गुप्ता के अनुसार 19 जुलाई के आस पास पश्चिम मध्य और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक ताजा निम्न दवाब का क्षेत्र बनने की संभावना है. इस वजह से मॉनसून को फिर से सक्रिय होने में मदद मिलेगा और सावन शुरू होते ही झमाझम बारिश भी पूरे बिहार में होने की प्रबल संभावना है.
इसके अलावा उत्तर पूर्व यानी सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया एवं कटिहार और दक्षिण भागों के एक या दो स्थानों पर मेघगर्जन और व्रजपात होने की संभावना बनी हुई है. 20 जुलाई से मॉनसून एक बार फिर से एक्टिव होगा और उत्तर पश्चिम बिहार में भारी बारिश होने की संभावना है. सावन आते ही यानी 22 जुलाई से पूरे बिहार में अच्छी खासी बारिश होने की संभावना है.इन जिलों में हुई है सबसे कम बारिश01 जून 2024 से 17 जुलाई 2024 तक बिहार के समस्तीपुर में सबसे कम बारिश हुई है. यहां अबतक 343.1 मी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन अभी मात्र 186.6 मी ही बारिश हुई है. यानी यहां सामान्य से 46 फीसदी कम बारिश हुई है.
इसके अलावा सहरसा में सामान्य से 45 फीसदी कम बारिश हुई है. सारण और मधुबनी में 44 फीसदी, मधेपुरा में 39 फीसदी, भभुआ, रोहतास और पटना में 38 फीसदी कम बारिश हुई है. जबकि अबतक सबसे अधिक बारिश किशनगंज में 49 फीसदी हुई है.