बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। नियोजित शिक्षकों की लोकसभा चुनाव में लगी ड्यूटी को लेकर जिलाधिकारी उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं हुए। लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण एक जून को है। चार जून को मतों की गिनती है। इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने चार जून के बाद ही दूसरी सक्षमता परीक्षा के आयोजन के संकेत दिया है।
राज्य, पटना। राज्यकर्मी बनने की प्रतीक्षा कर रहे नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लोकसभा चुनाव के बाद होगी। यह दूसरी सक्षमता परीक्षा होगी, जिसमें बैठने के लिए 85 हजार नियोजित शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन फॉर्म भरा गया है।
इसमें उत्तीर्ण होने वाले नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी बनेंगे। शिक्षा विभाग के अनुसार, दूसरी सक्षमता परीक्षा 12, 14 एवं 15 मई को ही लेने की तैयारी थी, लेकिन नियोजित शिक्षकों की लोकसभा चुनाव में लगी ड्यूटी के मद्देनजर परीक्षा नहीं ली गई।
शिक्षा विभाग ने क्यों लिया ये फैसला?
मिली जानकारी के मुताबिक, नियोजित शिक्षकों की लोकसभा चुनाव में लगी ड्यूटी को लेकर जिलाधिकारी उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं हुए। लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण एक जून को है। चार जून को मतों की गिनती है। इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने चार जून के बाद ही दूसरी सक्षमता परीक्षा के आयोजन के संकेत दिया है।KK Pathak: पटना हाईकोर्ट से शिक्षा विभाग को लगा बड़ा झटका, शिक्षकों और कर्मियों को दी बड़ी राहत
26 अप्रैल से भरे जा रहे हैं ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म
दूसरी सक्षमता परीक्षा के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि चार मई तक थी, जिसे बढ़ा कर छह मई की गयी थी। नियोजित शिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ली जाने वाली दूसरी सक्षमता परीक्षा में बैठने के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म 26 अप्रैल से ही भरे जा रहे थे।