जिस पर पप्पू यादव ने रिपोटर से बात करते हुए कहा की
बिना मजिस्ट्रेट DSP अभिजीत सिंह ने अपने पावर का दुरुपयोग करते हुए पहले मेरे साथ बदतमीजी की। फिर मुझे गाड़ी से बाहर निकाला। इस बीच ग्रामीणों को सूचना हुई, तो धीरे धीरे लोग आने लगे और हम लोग सड़क पर बैठे।
फिर बदतमीज DSP ने फोन कर मजिस्ट्रेट मैडम को बुलाया। उन्होंने मेरी गाड़ी की पूरी तलाशी ली, जिसमें मेरा निजी समान था। सब खाली करवा कर उन्होंने मेरी गाड़ी जब्त की।
ध्यान रहे, तलाशी में उन्हें कुछ नहीं मिला है। अगर बाद में जाकर कोई साजिश होती है, तो इसकी जिम्मेवारी DSP अभिजीत सिंह की होगी। मीडिया के साथियों ने भी मेरी गाड़ी की जांच को कवर किया है, जिसमें कुछ भी नहीं मिला है।
कोढ़ा समेत पूर्णिया लोकसभा की जनता से बस यही कहना चाहता हूं कि आप देख लीजिए, किस तरह मेरे खिलाफ साजिश में नेता से लेकर प्रशासन की भूमिका है। इसका न्याय अब कल आप ही करेंगे। और डीएसपी के सामने सड़क पर बैठ के नारेबाज़ी की