NEET पेपर लीक- पटना AIIMS के 4 स्टूडेंट गिरफ्तार:कोर्ट ने 4 दिनों की CBI रिमांड पर भेजा; तीन थर्ड, एक सेकेंड ईयर का छात्र

https://newsfromnation.com/neet-paper-लीक-मामालाeou-से-क्यूं-नारा/ दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी धनंजय पांडेय के कोर्ट में पेश किया। यहां से सभी को CBI की रिमांड पर भेज दिया है।

गिरफ्तार मेडिकल छात्रों में चंदन सिंह, राहुल कुमार और करण जैन हैं, जो 2021 बैच के हैं। वहीं, कुमार शानू 2022 बैच का है। इनके रूम काे भी सीबीआई ने सील कर दिया है।

 

सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए मेडिकल स्टूडेंट के लैपटॉप और मोबाइल को भी सीबीआई ने जब्त किया है। सीबीआई की टीम बुधवार दोपहर पटना एम्स पहली बार पहुंची थी। जहां टीम सीवान के रहनेवाले चंदन सिंह को अपने साथ ले गई। फिर शाम 6 बजे सीबीआई ने पटना के कुमार शानू, धनबाद के राहुल आनंद को हिरासत में लिया। वहीं चौथे मेडिकल स्टूडेंट करण जैन खुद जांच एजेंसी के पास गया। वो अररिया के रहने वाले हैं।

 

इधर पेपर लीक मामले में सीबीआई ने पेपर चोरी करने वाले से लेकर अभ्यर्थियों तक पहुंचाने, उन्हें रटाने से लेकर इस कड़ी में शामिल हर चेहरे को दबोच लिया है। पूरे मामले में अब बस एक मिसिंग लिंक है। और वह है कि पेपर ले जाने वाले ट्रक की सूचना जालसाजों तक कैसे पहुंची और यह सूचना किसने दी। एजेंसी अब इसी कड़ी को तलाश रही है।

सीबीआई ने मंगलवार को पंकज कुमार और राजू को गिरफ्तार किया है। पंकज ने ही ट्रक से पेपर चुराए थे। सीबीआई इन्हें रिमांड पर लेकर ट्रांसपोर्ट की सूचना देने वालों के बारे में पूछ रही है। बुधवार को सीबीआई ने पंकज और राजू से 7 घंटे से अधिक पूछताछ की। NEET पेपर लीक केस सीबीआई को हैंडओवर करने के बाद 25 दिनों में 7 राज्यों से अब तक 42 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।

सीबीआई ने पहले ही 4 स्टूडेंट्स की डिटेल शेयर की थी- पटना एम्स के डायरेक्टर

 

पटना एम्स डायरेक्टर डॉ गोपाल कृष्ण पाल ने गुरुवार को बताया कि सीबीआई के अधिकारी का उन्हें पहले ही कॉल आया था। 4 स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी दी थी। उनके फोटो और पहचान की डिटेल्स भेजी थी। कहा था कि इनसे पूछताछ होगी।

कैंपस में होने वाले प्रोग्राम की तैयारी को लेकर बुधवार को जब मैं राउंड पर था, तभी सीबीआई की टीम आई थी। पहले वो थर्ड ईयर के स्टूडेंट चंदन सिंह को ले गई। फिर शाम को दो स्टूडेंट कुमार शानू और राहुल राणा को ले गए। चौथा स्टूडेंट करण जैन खुद जांच एजेंसी के पास गया। फिलहाल इन सभी के रूम को सील कर दिया गया है। जब जांच के लिए सीबीआई की टीम आएगी तो उनके सामने खोला जाएगा। इनकी रिपोर्ट के आधार पर एम्स एडमिनिस्ट्रेशन भी अपना आगे का कदम बढ़ाएगी।

40 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में विवादों से घिरी NEET UG 2024 से जुड़ी याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई होगी। सीजेआई चंद्रचूड, जस्टिस पारदीवाला और जस्टिस मनोज की पीठ 40 से ज्यादा याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। इससे पहले पीठ ने 11 को परीक्षा रद्द करने, दोबारा परीक्षा कराने व याचिकाओं सहित अन्य याचिकाओं पर सुनवाई 18 तक के लिए स्थगित कर दी थी।

पेपर लीक के बाद से फरार चल रहा था रॉकी
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने गुरुवार को रॉकी उर्फ राकेश को बिहार से गिरफ्तार किया था। CBI के सूत्रों के मुताबिक, रॉकी ने ही NEET का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर एक आरोपी चिंटू के मोबाइल पर भेजा था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सुबह रॉकी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 10 दिन की रिमांड पर CBI को सौंप दिया।

पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद से ही रॉकी फरार चल रहा था। इसकी तलाश में पहले पटना पुलिस, फिर आर्थिक अपराध इकाई और बाद में केस CBI को ट्रांसफर होने के बाद से उसकी टीम जुटी थी। रॉकी नालंदा जिले के हिलसा के गजेंद्रबीघा गांव का रहने वाला है। उसका असली नाम राकेश है। पिछले कुछ सालों से वह झारखंड की राजधानी रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता है।

मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का खास है रॉकी

बिहार में पेपर लीक का मुख्य सरगना संजीव मुखिया है। यह नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला है। मामला सामने आने के बाद से ही यह फरार है। माना जा रहा है कि गिरफ्तार रॉकी फरार संजीव मुखिया का बेहद खास है।

यह पटना का प्ले एंड लर्न स्कूल है। यहीं 20-25 कैंडिडेट्स को पेपर के उत्तर रटवाए गए थे।

इसके पकड़े जाने के बाद अब सीबीआई को फरार संजीव मुखिया के बारे में ठोस जानकारी मिलने की संभावना बढ़ गई है। वैसे सरगना की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। मंगलवार को भी इस मामले में CBI की टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था।

इसमें गया के रंजीत कुमार और नालंदा का सन्नी कुमार शामिल है। बुधवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था। वहां से 6 दिनों की रिमांड पर दोनों को पूछताछ के लिए CBI के हवाले कर दिया गया था।

NEET पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की अग्रिम जमानत पर सोमवार को सुनवाई हुई। जमानत याचिका को सीबीआई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है। अब संजीव मुखिया के बेल की सुनवाई सीबीआई कोर्ट 2 में होगी। आरोपी संजीव अभी तक फरार हैं।

NEET पेपर लीक मामले में CBI की जांच जारी है। अब तक 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 11 जुलाई को CBI ने रॉकी उर्फ राकेश को बिहार से गिरफ्तार किया था। CBI के सूत्रों के मुताबिक, रॉकी ने ही NEET का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर एक आरोपी चिंटू के मोबाइल पर भेजा था।

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